आंतों मे जमा अनपचा भोजन नरम होकर आएगा बाहर

 मनोज न्यूरोथेरेपीस्ट द्वारा बताई गई ऐसी प्रक्रिया जिस प्रक्रिया को करवाकर दो मिनट में आंतों में जमा अनपढ जा भोजन नरम होकर आएगा बाहर।

यह बात तो हम सभी जानते हैं कि आजकल सभी लोगों को बाहर का खाना, पैकेजिंग का खाना और मसालेदार खाना ज्यादा पसंद है। बाहर का भोजन बहुत ही ऑयली और नुकसान देने वाला होता है। सभी चीजें पैकेट में आती है, जो हमारे पेट को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं। जिसके कारण हमें बहुत प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम पेट में आती है,  अगर हम खाना अच्छा नहीं खाते हैं तो उससे हमारे पेट में सूजन आ सकती है।  और पेट में सूखने की समस्या हो सकती है। इसके अलावा और भी कई प्रॉब्लम आ सकती हैं।

इसलिए दोस्तों हमें साधारण और घर का बना खाना खाना चाहिए। जो हमारे लिए बहुत फायदेमंद होता है।  हमें मार्कीट का खाना और पैकेजिंग वाली चीजें इग्नोर करनी चाहिए। ऐसी चीजों को खाने से हमारे पेट में कब्ज भी रहने लगती है। और जिसके कारण हमारा पेट अच्छे से साफ नहीं होता जिसके कारण कई दिक्कतो का सामना करना पड़ता है। जैसे- पेट में भारीपन, खाने न पचना, गैस आदि।

यदि हमें कब्ज, एसिडिटी और गैस की प्रॉब्लम बहुत अधिक होने लगती हैं। तो हमारा पेट फुला हुआ रहता है और कुछ भी खाने का मन नहीं होता हैं। इससे बचने के लिए आज हम आपको एक प्रक्रिया बताएंगे जिसके द्वारा आपके पेट की कब्ज की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी।

यही नहीं हम आपको पेट को ठीक करने के कुछ पोइंट बताएंगे जिसके जरिए आप उससे अपनी पेट की बीमारियों को दूर कर सकते हैं।  आपको इस प्रोसेस को अच्छे से पढकर समझना होगा जैसे-जैसे हम प्रोसेस में बता रहे हैं आप इस तरीके से प्रोसेस को फॉलो करके अपनी पेट की बीमारियों को कम कर सकते हैं। अगर आप यह प्रोसेस कंटिन्यू करें तो बीमारी को जड़ से भी खत्म किया जा सकता है।

बिना हाथ लगाए 2 मिनट में जमे भोजन और सड़े हुए मल को कैसे बाहर निकाल सकते हैं

सबसे पहले हम थोड़ा यह जान लेते हैं कि फूड प्रोसेस हमारी आंतों में कैसे होता है ?  हमारे शरीर में आंतों का काम  खाने को पचाना होता है। जो हमारी आंतें होती हैं वह नाभि के आस पास एसेंडिंग-डिसेंडिंग ऑर्डर में होती हैं। हमारी बॉडी में सबसे पहले जो फूड पाइप से होकर हमारे पेट के अंदर आता है वह हमारी छोटी आंतों से होकर भोजन, बड़ी आंतों में जाता है।

इसके बाद बड़ी आत के एसेंडिंग कोल्लम के अंदर बहुत ज्यादा एलक्लीन होता है  और इसके बाद ट्रांसफर में आता है जिस पार्ट में हमारा खाना बहुत सूख जाता है । उसके बाद डिसेंडिंग कॉलम में आकर खाना बहुत ज्यादा सेमि-सोलिड हो जाता है।

बड़ी आत का डिसेंडिंग कॉलम एक ऐसा पार्ट है जिसमें आकर सारी गंदगी जमा हो जाती है तो हम बिना पेट को हाथ लगाए इस गंदगी को कैसे अपने पेट से बाहर निकाल सकते हैं। और इसके साथ ही  हम आपको ट्रिक बताएंगे जिससे नाभि में या नाभि के आसपास कहीं भी दर्द रहता हो या गैस रहती हो या भूख नहीं लगती है। इन सभी बीमारियों पर यह ट्रीक काम करेगा यह ट्रिक बहुत सरल और साधारण है। तो आइए जानते हैं कि इसका पूरा प्रोसेस हमें कैसे करना है।

विधि: 

सबसे पहले आप पेशेंट को सीधा लेटा लेंगे उसके पश्चात एक स्टैंड ले लेंगे इसमें आपको एक स्टैंड की जरूरत होगी अगर आपके पास स्टैंड नहीं है तो आप दो चेयर ले सकते हैं और उसके अलावा 2 तकियों की आवश्यकता होगी। और जहां पर आपने पेशेंट को लेटाया है वहां पर कोई कारपेट या गद्दा अवश्य होना चाहिए उसी पर पेशेंट को लेटआना है। जिससे पेशेंट को सरफेस हार्ड फील ना हो।

आइए प्रोसेस शुरू करते हैं तो सबसे पहले एक तकिए को मरीज के कमर के नीचे लगा देंगे और दूसरा तकिया को दोनों पिंडलियों के नीचे लगा देंगे। दोनों पिंडलियों के बीच में हल्का सा गेप होना चाहिए और पैर सीधे नहीं होने चाहिए हल्के से पंजे मुड़े हुए होने चाहिए। ऐसे कुछ पॉइंट है जिससे हम अपनी पेट की बीमारियों को ठीक कर सकते हैं:

पहला पॉइंट : सबसे पहले थाई पॉइंट से शुरू करेंगे जो हमारे पेट के अंदर प्रोटींस को पचाएगा। हम दोनों पैरों को पेशेंट के थाइस पर रख लेंगे और पैरों का प्रेशर अंदर की ओर डालेंगे। पैरों के ऊपर से नीचे की तरफ हल्का हल्का हर पॉइंट पर 30 सेकंड रुक कर यह प्रोसेस करना है। इस प्रोसेस को करते समय हमें घुटनों पर प्रेशर नहीं डालना है और ना ही हमें अंकल के ऊपर प्रेशर देना है। 

दूसरा पॉइंट : इसके बाद हमें घुटने से 1 इंच नीचे से दोबारा इस प्रोसेस को स्टार्ट करना है। हर पॉइंट पर हमें 30 सेकंड रुकना है और दो पॉइंट के बीच बहुत कम गेप होना चाहिए। कितने भी पॉइंट बन जाए पर प्रेशर को आराम आराम से कम स्पेस में देना है। पिंडलियों पर जब हम प्रेशर डालते हैं तो उससे हमारा जो खाना नहीं पचता वह आराम से पचने लगता है और खुलकर भूख भी लगने लगती है।

तीसरा पॉइंट : यह थाईस से थोड़ा ऊपर जिसे गोल पॉइंट कहते हैं। यह पॉइंट लेफ्ट पैर में होता है यह पॉइंट वाइज कोस्टमिलेट करेगा जो लोग नमकीन और तीखा ज्यादा खाते हैं उसमें यह काम करता है। इससे खाना जल्दी डाइजेस्ट हो जाएगा। और जिनको छाती में जलन होती है इस प्रोसेस से उसमें भी काफी आराम मिलेगा। इसी तरह राइट पैर के थाई से ऊपर वाले स्कीम पॉइंट को भी धीरे-धीरे प्रेस करना है यह स्कीम कोस्ट मिलेट करेगा और डाइजेशन को ठीक करेगा।

चौथा पॉइंट : इस पॉइंट में आपको पिंडलियों के नीचे रखे तकिए को निकाल लेना है। और लेफ्ट हाथ के नीचे रख लेंगे यह पॉइंट बहुत मेन पॉइंट होता है जिसे हम लीवर पॉइंट बोलते हैं। यदि आपका फैटी लीवर है या आपको बहुत समय से बुखार आ रहा है।  तो उसमें यह पॉइंट बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। यह प्रोसेस छोटे बच्चे से बुजुर्ग तक किसी को भी दे सकते हैं। 

हमें हाथ की कोहनी से नीचे के पोर्शन पर इस प्रोसेस को करना है। एक पैर को हाथ की कोहनी के नीचे वाले पॉइंट पर रख लेंगे और दूसरे पैर को थाइस के ऊपर रख लेंगे धीरे-धीरे हमें पॉइंट्स पैरों से दबाने हैं। यह प्रोसेस धीरे-धीरे करना होगा और पॉइंट्स को बहुत पास पास बनाना होगा जिस से ज्यादा फायदा होगा। लिवर प्वाइंट, पेट की सभी समस्याओं के लिए बहुत अच्छा काम करता है।

पांचवा पॉइंट : यह पॉइंट राइट हैंड मे होता है जिसको हम म्यूकस पॉइंट बोलते हैं। सबसे पहले हमें लेफ्ट हाथ की तकिए को निकालकर राइट हाथ के नीचे तकिए को रख लेना है। यह पॉइंट पेट के अंदर जो म्यूकस लेयर है उसको स्टीमयूलेट करने के लिए यह पॉइंट बहुत अच्छा काम करता है। जिसके पेट से मल बाहर नहीं आता केवल आव निकलती है इस पॉइंट को दबाने से मल बाहर आएगा और आव नहीं निकलेगी।

जो प्रोसेस हमने लेफ्ट हैंड पर किया है सेम वही प्रोसेस हमें राइट हैंड पर करना है। पॉइंट्स हमें बहुत पास पास ही लेने हैं। इस प्रोसेस को हमें काफी टाइम तक रिपीट करना होगा तभी इसका ज्यादा फायदा मिलता है इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं  होता है।

छठा पॉइंट : इस प्रोसेस में हमें कमर के नीचे रखे तकिए को निकाल लेना है और दोनों हाथों के नीचे दोनों तकियों को वी शेप में रख लेने हैं। और दोनों हाथों को सर के नजदीक लेना है जो डब्लू शेप दें ।  इस पॉइंट को डब्ल्यू डी पॉइंट कहते हैं। डब्लू डी पॉइंट नाभि के आसपास होने वाले सभी दर्द को खत्म कर देगा।

यदि आप की नाभि हल्का सा वजन उठाने पर गिर जाती है या जीना चढ़ने से आप की नाभि गिर जाती है या नाभि के चारो और दर्द रहता है या खाने के बाद पेट फूल जाता है और यदि आपकी कमर में भी दर्द रहता है और महिलाओं को यूट्रस से रिलेटेड जितनी भी समस्याएं हैं उन सभी समस्याओं में यह डब्लू डी पॉइंट रामबाण का काम करेगा। इन सभी में यह पॉइंट काफी लाभदायक है।

हमें स्टैंड को ऊपर की तरफ रखना है और दोनों हाथों के बीच हल्का सा गेप करना है उसके बाद पहला पॉइंट कोहनी से नीचे की ओर लेंगे। दोनों पैरों की सहायता से हमें दोनों हाथों पर कोहनी के नीचे वाले पोर्शन पर पैरों से प्रेशर डालना है और हल्के हल्के नीचे की ओर इस प्रोसेस को करना है।

और स्टैंड को पकड़ कर रखना है जिससे वह आपका वेट संभाल ले और आपको गिरने ना दे। इस पॉइंट पर 6 सेकंड के लिए रुकना है इसी प्रकार कोहनी के नीचे तीनों पॉइंट पर 6 सेकंड तक हमें रुक कर इस प्रोसेस को करना है। डब्लू डी पॉइंट पर हमें इस प्रोसेस को तीन बार रिपीट करना है जिससे मरीज के पेट में जितना भी कड़क मल है वह पेट के अंदर ना रुके और सिर्फ 2 मिनट के अंदर ही बाहर आ जाए।

इन सभी पॉइंट ऊपर इस प्रोसेस की मदद से आप अपने पेट को ठीक रख सकते हैं और पेट में जो गंदगी जमा हो जाती है उसे निकालने में भी यह बहुत लाभकारी सिद्ध हुआ है।

सावधानियां : यदि किसी पेशेंट की उम्र काफी ज्यादा है तो उनका ट्रीटमेंट कोई अन्य व्यक्ति ही करें उन्हें यह स्वयं से नहीं करना है। और इस प्रोसेस में जो ट्रीटमेंट पैरों से दिया गया है उसे आप हल्के हाथों से दें पैरों से नहीं देना है। इसके अलावा जो छोटे बच्चे हैं उनको भी यह ट्रीटमेंट हाथों से दे। जिससे सारा जमा हुआ पेट के अंदर का गंदा मल बाहर 2 मिनट में आ जाएगा।

Disclaimer – इस आर्टिकल में हमने आपको पेट की प्रॉब्लम को दूर करने की प्रक्रिया बताई है और कोई भी मेडिसन उपचार या फिर डेट को फॉलो करने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी है।

Dr. Mayank Porwal

Naturopath, Holistic Therapist

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