गैस एसिडिटी खट्टी डकार छाती में जलन बिना दवा कैसे ठीक करें। GERD

पेट मे गैस, एसिडिटी, खट्टी डकार छाती मे जलन जैसी समस्याएं आजकल काफी आम होती जा रही हैं। ऐसी चीजों का सबसे बड़ा कारण है हमारी लाइफ स्टाइल और खान पान। बदलते वक़्त के साथ खाने की आदतें भी बदली हैं पहले जहां लोग घर का खाना ज्यादा पसंद करते थे वहीं अब बाहर का खाना या फास्ट फूड काफी खाते हैं।

आजकल घर का खाना भी पहले की तरह शुद्ध और पौष्टिक नहीं रहा आटा, चावल से लेकर घी और दूध तक में मिलावट होने लगी है। जिस वजह से पाचन क्रिया से जुड़ी समस्या जैसे पेट की गैस, एसिडिटी आदि काफी बढ़ती जा रही हैं। लेकिन इन समस्या के कुछ और भी कारण हो सकते हैं। इसलिये करनालप्लस के इस आर्टिकल में Dr. Mukul Saldi से समझेंगे एसिडिटी होने के क्या कारण हैं और इसका इलाज किस प्रकार किया जा सकता है।

एसिडिटी क्यों होती है। एसिडिटी का कारण क्या है

इंसान के पेट और फूड पाइप के बीच एक वाल्व लगा होता है जो पेट मे मौजूद खाना और गैस को पेट से फूड पाइप में नहीं जाने देता। लेकिन किसी कारणवश अगर ये वाल्व ढीला पड़ जाता है या पेट पर प्रेशर ज्यादा पड़ता है तो पेट की गैस इस फूड पाइप मे चली जाती है और इस वजह से सीने में जलन और खट्टी डकारें आने लगती हैं।

कई बार जिन लोगों को ये समस्या होती है वो गैस की कैप्सूल या गोलियां लेते हैं। लेकिन लंबे समय तक ऐसी गैस की दवा या लेने पर ये परेशानी और बढ़ जाती है क्योंकि पेट के वाल्व को काम करने के लिए पर्याप्त मात्रा में गैस की जरूरत होती है। लेकिन लंबे समय तक ऐसी गोलियां खाने से पेट की गैस कम हो जाती है जिस वजह से ये वाल्व भी ढंग से काम नहीं कर पाता। इसलिये ऐसी दवाएँ लंबे समय तक या लगातार नहीं खाना चाहिए।

सीने मे होने वाली जलन या एसिडिटी को Gastroesophageal reflux disease (GERD) के नाम से भी जाना जाता है। कभी कभार एसिडिटी होना आम बात है। लेकिन अगर ये परेशानी हफ्ते मे दो बार या उससे ज्यादा हो तो ये GERD की समस्या हो सकती है।

ये बिमारी बिना किसी दवा के ठीक की जा सकती है लेकिन इसके इसके लिए रहन सहन और खान पान मे कुछ बदलाव जरूरी हैं। आगे इस आर्टिकल में हम उन्ही बदलावों के बारे में जानेंगे।

एसिडिटी का इलाज बिना दवा संभव है

मिर्च मसाला और तली भुनी चीजें– इस बिमारी को ठीक करने के लिए खान पान में बदलाव सबसे जरूरी है इसलिये मिर्च मसाले और तली भुनी चीजें कम खानी चाहिए। खासकर तली भुनी चीजें रात में बिल्कुल नहीं खानी चाहिए।

लहसुन– लहसुन से भी कई लोगों को गैस समस्या होती। इसलिये अगर लहसुन की वजह से गैस बनती हो तो इसे बंद कर देना चाहिए।

चाय– सुबह खाली पेट दूध वाली चाय पीने से भी एसिडिटी की समस्या होती है। इसलिये खाली पेट चाय नहीं पीनी चाहिए।

कोल्डड्रिंक– इसमे कार्बन मोनो-आक्साइड होती है जिस वजह से एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसलिये इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

शराब और सिगरेट– शराब सिगरेट, बीड़ी, गुठका या तंबाकू से बने किसी भी पदार्थ से भी ये परेशानी का सामना करना पड़ता है।

पेनकिलर दवाएँ– कई बार दर्द निवारक दवाओं की वजह से भी एसिडिटी बनती है या अगर कोई रेगुलर दवा चल रही हो जिस वजह से एसिडिटी बनती है तो अपने डॉक्टर से जरूर करें।

खाना खाते समय इन बातों का रखें खयाल

  • जब भी खाना खाएँ तो अच्छे से चबा चबा कर खाएँ और छोटी मात्रा में खाना लें क्यों अगर पेट ज्यादा भरा होगा तो पेट के वाल्व पे दबाव पड़ेगा जिससे गैस फूड पाइप मे जाने की संभावना बनेगी।
  • खाना खाने के तुरंत बाद एक्सर्साइज़ नहीं करनी चाहिए कम से कम 1.30 से 2 घंटे का गैप जरूर रखें। पैदल टहल सकते हैं या सैर कर सकते हैं। लेकिन अगर जिम या हेवी एक्सर्साइज़ करनी हो तो गैप जरूर होना चाहिए।
  • खाना खाने के तुरंत बाद सोना नहीं चाहिए क्यों कि इससे भी एसिडिटी बनती है। खाना खाने के कम से कम 2 घंटे बाद हो सोना चाहिए।
  • अगर वजन ज्यादा हो तो भी ये समस्या होने की संभावना ज्यादा होती है इसलिये वजन को कंट्रोल में रखना चाहिए।

Disclaimer- Karnalplus के आर्टिकल में Dr. Mukul Saldi ने एसिडिटी होने के कारण और इसके इलाज के बारे में बताया है। कोई भी उपाय, सुझाव, दवा, डाइट, थेरेपी या नुस्खा आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ले और अपनी समझ से काम ले।

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Dr. Mukul Saldi

Ayurveda, Obesity Specialist and Sexologist

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