लगातार दवाई खाने वाले डायबिटीज मरीज बिना दवाई ठीक होंगे

करनाल प्लस पर Dr Awadhesh Pandey द्वारा सुझाया गया एक ऐसा तरीका जिससे बिना दवाई के डायबिटीज को ठीक किया जा सकता है लेकिन उसके लिए आपको इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़ना होगा और अच्छे से इस आर्टिकल को समझना होगा।

पृथ्वी पर लगभग 8 बिलियन लोग हैं जिसमें से  0.5 बिलियन लोगों को डायबिटीज की प्रॉब्लम है। यह सबसे व्यापक और खतरनाक बीमारियों मे से एक है। यह बात तो हम सभी जानते हैं कि सभी को मिठाई खाना बहुत ज्यादा पसंद होता है। घर की बनी हो या बाहर की मिठाई बहुत से लोगों को मिठाई खाना बहुत पसंद होता है। लेकिन मिठाई ज्यादा खाने से हमारे शरीर को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

हमें अपने शरीर के अकॉर्डिंग ही शुगर लेना चाहिए। और यदि किसी को मीठा ज्यादा पसंद है तो उसके साथ एक्सरसाइज, योगा जैसी चीजें जरूर करनी चाहिए। शुगर एक ऐसी बीमारी है जो बहुत से लोगों में पाई जाती है। और यह बहुत तेजी से बढ़ रही है यह  हर उम्र के व्यक्ति में पाई जाती है।

इसे कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल होता है। लेकिन बहुत से लोगों को जब शुगर हो जाता है तो उनको आलू, चावल जैसी चीजें भी बहुत ज्यादा नुकसान देती हैं क्योंकि उनमें भी शुगर की काफी मात्रा होती है। और बहुत से लोगों की शुगर तो इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि उन्हें इंसुलिन लेना पड़ता है और रेगुलर दवाई खानी पड़ती है तब भी वह ज्यादा कंट्रोल नहीं हो पाती है।

कैसे हम डायबिटीज के मरीज को बिना दवाई और इन्जेक्शन ठीक कर सकते हैं।

डायबिटीज की प्रॉब्लम ब्लड शुगर की प्रॉब्लम नहीं है। यह इन्सुलिन रेजिस्टेंस की प्रॉब्लम है। इन्सुलिन रेजिस्टेंस की जब भी प्रॉब्लम होती है तो आप जब भी कुछ खाएंगे तो हमारे पैंक्रियास से इंसुलिन निकलता है, उस खाने मे जो शुगर है उसे संतुलित करने के लिए। और अगर हम कम अंतराल पर कुछ न कुछ खाते रहते हैं तो यह इंसुलिन बार-बार निकलता रहता है और हमारा शरीर इंसुलिन रेजिस्टेंस हो जाता है। जिस वजह से हमारे शरीर मे शुगर का संतुलन बिगड़ जात है। और इसे संतुलित बनाए रखने के लिए हमे इंसुलिन वाली दवा और इन्जेक्शन लेकिन पड़ती है।

डायबिटीज को ठीक करने के लिए जिन इंसुलिन दवाइयों और इन्जेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है उनका सीधा असर हमारे हार्ट पर पड़ता है। जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और दिल से जुड़ी अन्य बीमारियों सामना करना पड़ता है।

इसलिए दिन में दो बार ही भोजन करना चाहिए। जिसके बीच में 8 घंटे का गैप देना चाहिए। क्योंकि बॉडी इंसुलिन को मेटाबोलाइज्ड करने में 7:30 घंटे का समय लेती है। और उसमें 50% कच्चा खाना होना चाहिए। जैसे फल और कच्ची सब्जियां। फल में कीवी,  अनार, पपीता आदि। और 50% पका हुआ खाना हो सकता है। यदि सिर्फ यह दो बार खाया जाए तो घर पर ही शुगर जैसी बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है।

Disclaimer – इस आर्टिकल में Karnal Plus द्वारा आपको बताया हैं कि कैसे बिना किसी दवाई  के मरीज की डायबिटीज को  ठीक कर सकते है।  आपको कुछ भी करने से पहले कोई भी आर्टिकल से सुझाव लेने से पहले अपने कॉमन सेंस का इस्तेमाल जरूर करना है। और साथ ही साथ डाक्टर से सलाह जरूर लें।

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Dr. Awadesh Pandey

MBBS, MD, PHD HIIMS Lucknow

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