World Diabetes Day- डायबिटिस या मधुमेह क्या है और इसका इलाज कैसे करें

डायबिटिस या मधुमेह अंधापन, गुर्दे की विफलता(kidney failure), दिल के दौरे(heart attack) का एक प्रमुख कारण है। दुनिया मे लगभग 53.7 करोड़ लोग इस बिमारी से जूझ रहे हैं। एक आँकड़े के अनुसार ये संख्या 2030 तक 64 करोड़ और 2045 तक 78 करोड़ तक पहुँच सकती है। सिर्फ 2021 मे 67 लाख लोगों की इस बिमारी की वजह से मौत हो गई। इन आंकड़ों से ये समझा जा सकता है कि ये बिमारी कितनी खतरनाक और व्यापक है। लेकिन इसका इलाज संभव है और इसके परिणामों को लाइफस्टाइल और डाइट मे बदलाव, और उपचार से टाला भी जा सकता है।

इसलिये आज विश्व मधुमेह दिवस(World Diabetes Day) पर Dr. Renu Vandana Bhardwaj से ये समझेंगे कि डायबिटिस क्या है। इसके लक्षण कैसे होते हैं और इसका इलाज और बचाव कैसे किया जा सकता है।

डायबिटिस

डायबिटिस क्या है ?

आसान भाषा मे समझा जाए तो जब खून मे शुगर या ग्लूकोस नॉर्मल रेंज से ज्यादा बढ़ जाता है तो इसी को डायबिटिस कहते हैं। हमारे खून मे ग्लूकोस की नॉर्मल रेंज 80 से 120 तक होती है तो जब ग्लूकोस की रेंज इससे ज्यादा हो जाए तो diabetes होने का खतरा रहता है।

हम जब भी कुछ खाते हैं तो पचने के बाद खाना ग्लूकोस मे बदल जाता है।इस ग्लूकोस को शरीर की हर कोशिका(cells) मे पहुंचाने का काम करता है इंसुलिन(insulin) जो की एक तरह का हार्मोन(hormone) होता है। अगर ये इंसुलिन बनना बंद हो जाए या कम बने तो खून मे शुगर का लेवल बढ़ जाता है।

डायबिटिस या हाई ब्लड शुगर के लक्षण

अधिक पेशाब आना – किड्नी हमारे शरीर में किसी भी तरल या लिक्विड(liquid) को फ़िल्टर करने का काम करती है और शुगर बढ़ने से किड्नी पर ज्यादा भार आता है। जिस वजह से बार बार पेशाब जाना पड़ता है।

हमेशा थकान रहना – इंसुलिन जब हर कोशिका मे ग्लूकोस नहीं पहुंचा पता तो कोशिकाओं को ताकत या एनर्जी नहीं मिल पाती जिस वजह से हमेशा थकान रहती है।

ज्यादा भूख लगना – थकान रहने की वजह शरीर भी थका रहता इसलिये भूख भी ज्यादा लगती है।

रुखी त्वचा – कोशिकाओं को एनर्जी न मिलने की वजह से स्किन भी रूखी हो जाती है।

घाव न भरना – डायबिटिस की वजह से घाव भरने मे भी काफी समय लगता है।

तो अगर किसी को भी इनमे से कोई लक्षण दिखे तो उन्हे तुरंत अपना शुगर लेवल चेक कराना चाहिए।

मधुमेह के प्रकार

मधुमेह या डायबिटिस मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है।

टाइप 1 डायबिटिस– टाइप 1 डायबिटिस सिर्फ 5 से 10% लोगों को होता है। क्योंकि ये बचपन से या कई बार आनुवंशिक भी होता है। इस तरह के मरीजों मे बचपन से शरीर मे इंसुलिन बनता ही नहीं है।

टाइप 2 डायबिटिस – दुनिया मे लगभर 90 से 95% लोगों को टाइप 2 डायबिटिस ही होता है। जिसके कई कारण हो सकते हैं जैसे- तनाव, ज्यादा मीठा खाना आदि।

डायबिटिस से घबराने की जरूरत नहीं है।इसके लिए कई तरह उपचार और उपाय हैं। तो आइए अब जानते हैं उन्ही उपायों के बारे में।

डायबिटिस का इलाज

  • लाइफस्टाइल मे बदलाव करें
  • हमेशा सकारात्मक रहें।
  • व्यायाम, योग करते रहें

Diabetes होगा कंट्रोल ये चीजें खा कर

  • जामुन के बीज का पाउडर
  • अंजीर के पत्ते
  • मेथी दाना
  • नीम की पत्ती
  • ऐलोवेरा
  • दालचीनी

Disclaimer– KarnalPlus के इस आर्टिकल मे Dr. Renu Vandana Bhardwaj ने World Diabetes Day के मौके पर डायबिटिस क्या होता है, इसके लक्षण और इससे बचने के उपाय के बारे मे बताया है। कोई भी उपाय, सुझाव, दवा, डाइट या नुस्खा आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ले और अपने विवेक से काम ले।

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Dr. Renu Vandana Bhardwaj

BAMS, MD(Acu.), M.Sc.(Counselling and Spiritual Health), Reiki Grand-Master, Bhardwaj Clinic and Counseling Center, Karnal, Haryana

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