आज हम आपके साथ एक बहुत महत्वपूर्ण विषय पर बात करने वाले हैं – बीएमआई (BMI), यानी बॉडी मास इंडेक्स (Body Mass Index)। आपने शायद इसे सुना होगा या फिर आपने किसी हेल्थ-कॉन्शियस दोस्त या डॉक्टर से इसके बारे में बात करते हुए सुना होगा।
लेकिन क्या आपको सही तरीके से पता है कि बीएमआई क्या है, और इसका हमारे स्वास्थ्य के लिए क्या महत्व है? चलिए, अब हम BMI के बारे में विस्तार से समझते हैं।
बीएमआई क्या है?
बीएमआई एक सिम्पल और इफेक्टिव तरीका है जिससे हम अपने शरीर की स्टेबिलिटी को नाप सकते हैं। इसका मतलब आप इससे ये पता लगा सकते हैं की आप ओवरवेट हैं, अंडरवेट हैं या आपका वजन बिल्कुल सही है।
इसे जानने के लिए आपको सिर्फ दो चीजें चाहिए – आपका वजन (वेट) और लंबाई (हाइट)। इसके बाद, आपके शरीर की वर्तमान स्थिति के अनुसार एक न्यूमेरिकल वैल्यू आएगा, जो आपका बीएमआई होगा।
BMI कैलकुलेशन
बीएमआई को कैलकुलेट करने के लिए आप ये सिम्पल फॉर्मूला इस्तेमाल कर सकते हैं:
बीएमआई = वजन (किग्रा) / (लंबाई * लंबाई) (मीटर²)
इसके अनुसार, बीएमआई के न्यूमेरिकल रेंज को तीन अलग-अलग ग्रुप्स में बांटा जा सकता है:
- कम बीएमआई (अंडरवेट): बीएमआई 18.5 से कम होगा। इसका मतलब है कि आपका वजन आपकी लंबाई के मुकाबले बहुत कम है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
- सही बीएमआई (हेल्दी वेट): बीएमआई रेंज 18.5 से 24.9 तक है। अगर आपकी बीएमआई इस रेंज में है, तो आपके शरीर की स्थिरता सही मात्रा में है।
- ज्यादा बीएमआई (ओवरवेट/ऑबीस): बीएमआई 25 से ज्यादा होने पर आप ओवरवेट या ऑबीस कहलाएंगे। इसका मतलब है कि आपके शरीर में अनेकों हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं।
क्यों है BMI इतना ज़रूरी?
अब यह तो हम जान ही चुके हैं कि बीएमआई क्या होता है। लेकिन ये तो सिर्फ एक नंबर है न? तो क्या इससे इतना बड़ा महत्व है?
हां, इसका महत्व है, क्योंकि बीएमआई आपके शरीर की स्थिरता का पता लगाने में मदद करता है। क्या आप जानते हैं कि कम या ज्यादा बीएमआई होने से आपके शरीर को कई तरह के रोग हो सकते हैं? चलिए, कुछ खास तथ्य जानते हैं:
लाइफस्टाइल संबंधित रोग: ज्यादा बीएमआई होने से आपको डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी और अन्य लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
इम्यूनिटी कमजोर हो सकता है: कम बीएमआई वाले लोगों को इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे इन्फेक्शन और बीमारियों का सामना करना मुश्किल हो जाता है।
कमजोर हड्डियां: कम बीएमआई वाले लोगों में हड्डियों की मजबूती कम हो सकती है, जिससे हड्डियों का टूटना आसान हो जाता है।
स्टैमिना में कमी: कम बीएमआई वाले लोग जल्दी थक जाते हैं और शरीर में ताकत कम होती है।
क्या करें?
अब आप सोच रहे होंगे कि बीएमआई का पता तो चल गया, लेकिन अगर बीएमआई गलत है तो क्या करें? चिंता मत कीजिए, आप कुछ सिम्पल और इफेक्टिव स्टेप्स अपना कर अपनी स्थिरता को सुधार सकते हैं:
- स्वस्थ खाना: पोषक आहार खाएं जिसमें फल, सब्ज़ी, दाल, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल हो।
- व्यायाम करें: रोजाना व्यायाम करना अपने बीएमआई को कंट्रोल करने का एक अच्छा तरीका है। योग, साइकिलिंग, या फिर बस घर के काम करते हुए भी आप स्वस्थ रह सकते हैं।
- डॉक्टर की सलाह: अपने डॉक्टर से नियमित रूप से मिलते रहें और उनकी सलाह का पालन करें।
तो क्या आपने अपनी बीएमआई चेक की? नहीं? तो अभी चेक करें! इससे अपने शरीर की स्थिरता का पता लगाना बहुत ज़रूरी है। अगर आपकी बीएमआई ठीक है, तो तहे दिल से खुश रहें। लेकिन अगर कुछ गड़बड़ है, तो टेंशन मत लीजिए, बस थोड़ी सी मेहनत और डिसिप्लिन से आप अपनी स्थिरता को वापस ला सकते हैं।
Disclaimer – Karnalplus सिर्फ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। जहां स्वस्थ प्रदाता द्वारा दी गयी जानकारियाँ लोगों तक पहुंचाई जाती है। यहाँ दी गयी कोई भी जानकारी, सलाह, सुझाव, नुस्खा, उपाय, उपचार या थेरेपी आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें और अपनी समझ से काम लें। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या या इससे जुड़े विवादों के लिए Karnal Plus जिम्मेदार नहीं होगा।
KarnalPlus से संपर्क करने लिए यहाँ क्लिक करें—— KarnalPlus Contact
Karnal Plus के Facebook पेज पे जाने के लिए यहाँ क्लिक करें —— Karnal Plus Facebook