फैटी लिवर से जुड़ी जरूरी बातें जो आपको अनदेखी नहीं करनी चाहिए

फैटी लिवर (Fatty Liver), ऐसी समस्या है जो आजकल बहुत से लोगों को प्रभावित कर रही है। यह समस्या विशेष रूप से उन लोगों में होती है, जो हाई कैलोरी वाली खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं और अपनी व्यस्त और बेस्तरी जीवनशैली के कारण अपने शरीर को नियंत्रित नहीं रखते हैं। फैटी लिवर उन लोगों में भी होता है जो अल्कोहल का सेवन नहीं करते हैं।

करनालप्लस पर आज Dr. Mukul Saldi से जानेंगे फैटी लिवर होने कारण, इसके लक्षण और इससे छुटकारा पाने के तरीकों के बारे में।

फैटी लिवर क्या है ?

फैटी लीवर (Fatty liver), जिसे हेपेटिक स्टीटोसिस (Hepatic Steatosis) भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जहां लीवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा या फैट जमा हो जाती है। स्थिति हल्के से गंभीर तक हो सकती है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती हैं।

Fatty liver होने के क्या कारण हैं ?

  • शरीर में अधिक वसा : जब शरीर में अधिक मात्रा में वसा होता है, तो इसे लिवर में भी इकट्ठा होता है। यह वसा लिवर के संरचन में प्रभावित होता है और फैटी लिवर के रूप में उत्पन्न होता है।
  • डायबिटीज : डायबिटीज वसा मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करता है जो लिवर के संरचन और कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। यह लिवर में वसा इकट्ठा करने की संभावना बढ़ाता है।
  • अल्कोहल : अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने से लिवर के संरचन में विकार हो सकते हैं, जिससे फैटी लिवर उत्पन्न हो सकता है।
  • आहार : खुराक में शुगर, फैट और कॉलेस्ट्रॉल से भरपूर भोजन लेने से भी फैटी लिवर उत्पन्न हो सकता है।
  • इन्फेक्शन : लिवर में इन्फेक्शन से भी फैटी लिवर उत्पन्न हो सकता है।
  • जेनेटिक प्रभाव : कुछ जेनेटिक अवयवों के कारण भी फैटी लिवर के विकास की संभावना होती है।

फैटी लिवर के लक्षण

फैटी लिवर

फैटी लिवर के लक्षण शामिल हो सकते हैं:

  • थकान : यह एक आम लक्षण है जो फैटी लिवर के साथ जुड़ा हो सकता है।
  • भूख नहीं लगना : फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्तियों को अक्सर भूख नहीं लगती है।
  • पेट में तेजी से बढ़ता हुआ वजन : फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्तियों का वजन बढ़ता है, विशेष रूप से पेट के आस-पास।
  • पेट में दर्द या तनाव : फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्तियों को पेट में दर्द या तनाव महसूस हो सकता है।
  • फीवर : फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्तियों को फीवर हो सकता है।
  • हाई ब्लड प्रेशर : फैटी लिवर हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकता है।
  • चक्कर आना : फैटी लिवर से पीड़ित व्यक्तियों को चक्कर आ सकते हैं।
  • त्वचा में खुजली या सूखापन : फैटी लिवर के कारण त्वचा में खुजली या सूखापन हो सकता है।

कुल मिलाकर, फैटी लिवर के सबसे सामान्य कारण आहार, व्यायाम और शराब के सेवन जैसे जीवन शैली के कारकों से संबंधित हैं। फैटी लिवर को रोकने और प्रबंधित करने के लिए स्वस्थ जीवन शैली की आदतों को अपनाना महत्वपूर्ण है।

Fatty Liver से कैसे बच सकते हैं

एक स्वस्थ जीवन शैली का पालन करके फैटी लिवर को रोका जा सकता है, जिसमें शामिल हैं:

स्वस्थ वजन बनाए रखना:
फैटी लिवर के लिए मोटापा एक प्रमुख जोखिम कारक है। आहार और व्यायाम के माध्यम से स्वस्थ वजन बनाए रखने से स्थिति को रोकने में मदद मिल सकती है।

शराब से परहेज:
अत्यधिक शराब का सेवन फैटी लिवर का एक प्रमुख कारण है। शराब के सेवन से बचने या सीमित करने से स्थिति को रोकने में मदद मिल सकती है।

संतुलित आहार का सेवन:
कम चीनी और संतृप्त वसा वाले संतुलित आहार का पालन करने से लीवर में वसा के संचय को रोकने में मदद मिल सकती है।

अन्य मेडिकल कन्डिशन को नियंत्रित करना:
मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी अन्य स्वास्थ्य स्थितियों को नियंत्रित करने से फैटी लिवर के विकास को रोकने में मदद मिल सकती है।

Karnalplus के इस आर्टिकल में Dr. Mukul Saldi ने जानेंगे फैटी लिवर होने कारण, इसके लक्षण और इससे बचाव के तरीकों के बारे में बताया है।

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Dr. Mukul Saldi

Ayurveda, Obesity Specialist and Sexologist

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