डॉ मनोज मित्तल द्वारा बताए गए जामुन खाने के फायदे 70 ग्राम जामुन 30 दिन तक खाने से होंगे चुकाने वाले फायदे कैसे तो चलो जानते हैं।
हेलो दोस्तों फलों के फायदे तो हम सभी जानते हैं फल हमारे हेल्थ के लिए कितना जरूरी है। हमें हर तरह का फल खाना चाहिए। जिससे अलग-अलग फायदे होते हैं। जिसमें से एक जामुन भी है जिसके खाने के अनेक फायदे होते हैं बस शर्त है कि जामुन के खाने का तरीका सही हो।
हम आपको बताएंगे की जामुन से किस प्रकार बीमारियों को दूर कर सकते हैं। हमारे द्वारा बताए गए तरीके को समझना होगा। जिस तरीके से हम बता रहे हैं आप इस तरीके को फॉलो करके जामुन से आप अपनी कई बीमारियों को कम कर सकते हैं। अगर आप इन तरीकों को फॉलो करते हैं तो बीमारी को जड़ से भी खत्म किया जा सकता है।
जामुन से करें कई प्रकार की बीमारियां दूर:
70 ग्राम जामुन अगर आप रोज खाएंगे तो आपको बहुत फायदे होंगे। आपकी अनेक बीमारियां ठीक हो सकती हैं। बस शर्त है कि आपको जामुन खाने का तरीका पता होना चाहिए। जामुन कब खानी है कैसे खानी है कितने खाएं।
कब खाएं किसके साथ खायें कैसे खाएं इस आर्टिकल में आपको सभी रूल के बारे में बताया जाएगा जिससे आपको केवल फायदा ही होगा नुकसान कभी नहीं होगा।
बॉडी के एक -एक कोने को इससे फायदा मिल सकता है। लेकिन जामुन खाने का तरीका सही होना चाहिए जभी हमें जामुन खाने का फायदा मिलेगा।
● जामुन का सबसे बड़ा फायदा हमारे शरीर में पैंक्रियास को मिलता है पैंक्रियास एक्टिव होते हैं। एंटी डाइबोजटेनिक अफेक्ट है। डायबिटीज के लिए रामबाण का इलाज करता है जामुन। अगर जामुन सही तरीके से खाए जाए।
● दिन में व्यक्ति को 10 ग्राम से 70 ग्राम तक जामुन खानी चाहिए। अगर जामुन ज्यादा खाओगे तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान भी हो सकता है।
● जिसकी पाचन क्रिया खराब हो या जिसका पेट साफ ना हो तो हम जामुन को खाकर अपनी पाचन क्रिया को ठीक कर सकते हैं।
● जिसका लीवर काम नहीं करता है या फैटी लीवर हो या मोटापा ज्यादा हो तो उसके लिए भी जामुन काफी फायदेमंद होता है।
● सुबह योगा करने के बाद जामुन के पत्तों का रस निकाल कर रस को पी लेना है यह बहुत ही फायदेमंद होगा।
● डायबिटीज में जामुन की गुठली बहुत फायदेमंद होती है। जामुन की तीन गुठली लेनी है उनका पाउडर बनाकर ले ले या उन्हें चबा कर भी खा सकते हैं।
● जिन लोगों पर जामुन चबाई नहीं जाती है वह लोग जामुन का जूस भी पी सकते हैं। वह भी बहुत फायदेमंद सिद्ध होगा।
● हार्ट के लिए जामुन बहुत फायदेमंद होती है। क्योंकि कोलेस्ट्रोल लोवरिंग इफेक्ट मतलब की कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करती है तो हार्ट पर तो इफेक्ट पड़ेगा ही। जिससे हार्ट की अच्छी तरह काम करता है। हार्ट अटैक की प्रॉब्लम नहीं होती है और हार्ट अच्छे से ब्लड को पंप करता है।
● जामुन का हर एक पार्ट बहुत फायदेमंद होता है चाहे वह जड़ हो पत्ते हो या जामुन हो। जामुन की छाल दांतों में बहुत फायदा देती है। यदि जामुन के पेड़ की छाल को हम पानी में रात भर डुबोकर रख दें और सुबह उठकर उस पानी से कुल्ला भी कर ले तो भी इसके बहुत फायदे होते हैं। इससे हमारे मसूड़े गठे हुए हो सकते हैं और पायरिया की प्रॉब्लम नहीं होती।
● किडनी में बहुत फायदेमंद है जामुन के पत्तों का जूस, जामुन का जूस और गुठली भी किडनी में बहुत फायदेमंद होती हैं।
● बहुत से बच्चे बड़े होकर भी बिस्तर पर टॉयलेट कर देते हैं उनके लिए भी जामुन बहुत फायदेमंद है।
● जिन फीमेल्स को लिकोरिया की प्रॉब्लम होती है और वाइट डिस्चार्ज होता रहता है। कंटिन्यू उसमें भी जामुन बहुत फायदेमंद होती है। क्योंकि आयुर्वेदिक के अनुसार जामुन का काम पित्त को शांत करना होता है। मेल और फीमेल दोनों के इनफर्टिलिटी की जो प्रॉब्लम होती है उसे भी दूर करता है।
● जामुन में बहुत से मिनरल्स होते हैं जैसे फ्रुक्टोज, पोटेशियम सोडियम, जिंक , कैल्शियम और जामुन की गुठली में बहुत अच्छे ग्लाइकोसाइड होते हैं जैसे जंबोलिन, गैलिक एसिड हमारी रक्षा करते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं।
● स्किन के लिए जामुन बहुत फायदेमंद होती है। अधिकतर सभी को एक्ने की प्रॉब्लम बहुत ज्यादा होती है उसे ठीक करने के लिए जामुन बहुत लाभदायक है।
● गर्मियों में फंगल इंफेक्शन होता क्योंकि पित्त बढ़ जाता है जामुन पित्त को शांत करती है इसलिए फंगल इंफेक्शन में भी बहुत फायदेमंद है।
इस फल को खाते समय आपको इन पांच सावधानियां को ध्यान में जरूर रखना चाहिए:
● जामुन स्वाद के चक्कर में ज्यादा नहीं खानी चाहिए। अगर आप ज्यादा जामुन खाओगे तो ब्लड शुगर लेवल डाउन भी हो सकता है।
● जो लेडीस प्रेग्नेंट है या बच्चे को दूध पिलाती हो। वह जामुन को इग्नोर करें। क्योंकि यह ब्लड शुगर डाउन करता है और इसका इफेक्ट बच्चे पर पड़ता है।
● उपवास वाले लोग और सुबह खाली पेट उठकर भी जामुन का सेवन ना करें क्योंकि यह ब्लड शुगर डाउन करती है।
● जामुन के साथ दूध का सेवन बिल्कुल ना करें। कम से कम दूध और जामुन के बीच 2 से 3 घंटे का गैप रखें। जैसे किसी भी फल के बाद पानी नहीं पीते हैं उसी प्रकार जामुन के साथ भी पानी नहीं पीना है।
● हल्दी के साथ जामुन ना दें क्योंकि हल्दी पित्त को बढ़ाती है और अचार के साथ भी जामुन को नहीं लेना चाहिए।
अगर आप इन सभी सावधानियों को ध्यान में रखोगे तो आपको बहुत फायदा मिलेगा। शहतूत स्ट्रौबरी और जामुन कुछ ही समय के लिए लगभग 2 से 3 महीनों के लिए ही आते हैं तो हमें इन सभी फलों का पूरा फायदा उठाना चाहिए।
Disclaimer – हमने आपको इस आर्टिकल में जामुन से होने वाले फायदे बताए हैं। कोई भी डाइट उपचार या फिर मेडिसिन लेने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी है।