गुर्दे की पथरी या किडनी स्टोन क्या है ?
गुर्दे की पथरी- हमारे शरीर को संतुलन बनाए रखने के लिए गुर्दे या किडनी(kidney) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे अनुपयोगी और विषैले पदार्थों को हटाते हैं, रक्तप्रवाह से अतिरिक्त पानी को शरीर से बाहर निकलते हैं।जब रक्त में बहुत अधिक अनुपयोगी और विषैले पदार्थ होते हैं और शरीर पर्याप्त मूत्र का उत्पादन नहीं कर रहा होता है, तो किडनी में क्रिस्टल बनने लगते हैं। ये क्रिस्टल अन्य कचरे और रसायनों के साथ मिलकर पथरी बनती है। जो तब तक बड़ी होती जाएगी जब तक कि यह आपके मूत्र में आपके शरीर से बाहर न निकल जाए।
ये पथरी रेत के दाने जितनी छोटी या गोल्फ की गेंद जितनी बड़ी हो सकती है। गुर्दे की पथरी का दर्द बार तीव्र और सहनीय हो सकता है। ना केवल अबेहाल सहनीय बल्कि इसका दर्द कई बार बेहाल कर सकता है। इसका दर्द पसलियों के नीचे, बाजू और पीठ में और पेट के निचले हिस्से और कमर तक जाता है।
गुर्दे की पथरी बनने के क्या कारण है ? पथरी किन कारणों से बनती है
- आनुवांशिक(genetic)– यदि परिवार में किसी को गुर्दे की पथरी रही हो,तो पथरी होने की संभावना अधिक होती है। यदि पहले से ही एक या एक से अधिक गुर्दे की पथरी हो चुकी है, तो दूसरी पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है।
- निर्जलीकरण(dehydration)– रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीने से आपके गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ सकता है। जो लोग गर्म और नमी भरे स्थानों में रहते हैं और जिन्हें बहुत अधिक पसीना आता है, वे दूसरों की तुलना में अधिक जोखिम हो सकता है।
- विशेष आहार(Certain Diets)– प्रोटीन, सोडियम (नमक) और चीनी से भरपूर आहार खाने से कुछ प्रकार के गुर्दे की पथरी होने का खतरा बढ़ सकता है।
- मोटापा(obesity)– कमर का बड़ा आकार और वजन बढ़ने के कारण भी किडनी स्टोन का जोखिम बढ़ जाता है।
- दवा(medicine)– कुछ दवाएं, जैसे कि विटामिन सी, आहार पूरक, कैल्शियम-आधारित एंटासिड(antacids), और माइग्रेन या अवसाद का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाएं, गुर्दे की पथरी के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
किडनी स्टोन के लक्षण
- पसलियों के नीचे, बाजू और पीठ में तेज दर्द।
- पेट के निचले हिस्से और कमर तक जाता है दर्द ।
- उतरता-चढ़ता दर्द।
- पेशाब करते समय दर्द या जलन महसूस होना।
गुर्दे की पथरी क्या होती है, इसके लक्षण और इसके बनने के कारणों को विस्तार से समझने के बाद अब Dr. Mukul Saldi बताएँगे किडनी स्टोन और इसके दर्द से छुटकारा पाने का एक घरेलू उपाय-
किडनी स्टोन के इलाज का घरेलू नुस्खा
ये नुस्खा समझने से पहले ये जानना जरूरी है कि अगर पथरी का आकार छोटा है तो जैसे अगर आकार 5 mm या 7mm से लेकर 10 mm तक का है तो वो इस नुस्खे से निकल सकती है लेकिन अगर किसी को इससे बड़ी पथरी हो तो वो अपने डॉक्टर से संपर्क करके उनकी दी गई सलाह मानें।
इस नुस्खे के लिए चाहिए नींबू, जवाखार, कुलथी दाल, कलमी शोरा और पुनर्नवा। इन्ही 5 चीजों से बनेगा ये घरेलू नुस्खा या दवा।
- सबसे पहले 15 ग्राम जवाखार, 15 ग्राम कलमी शोरा और पुनर्नवा एक मिक्सर मे डाल कर अच्छे से ब्लेन्ड कर लेंगे।
- इससे एक पाउडर तैयार हो जाएगा।
- फिर एक चम्मच ये पाउडर एक गिलास पानी मे मिला लेंगे।
- पाउडर मिलाने के बाद इसमे एक नींबू निचोड़ लेंगे
- फिर दो चम्मच कुलती डाल कर मिला लेंगे।
- इसको एक रात के लिए रख देंगे ।
- अगले दिन इसको पी लेना है और इसमे जो दाल वो भी चबा चबा कर खानी है।
- इसको पीने के बाद अगले एक घंटे में 3 से 4 ग्लास पानी का पीना है। पानी के अलावा लस्सी, छाछ भी ले सकते हैं।
ऐसा करने से 10 दिन के अंदर पथरी निकल जानी चाहिए। लेकिन अगर फिर भी इसका कोई असर नहीं होता तो अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
Disclaimer– इस आर्टिकल में Dr. Mukul Saldi गुर्दे की पथरी के लिए घरेलू नुस्खे के बारे में बताया है। अगर पथरी का आकार छोटा है तो वो इस नुस्खे से निकल सकती है लेकिन अगर किसी को 10 mm से बड़ी पथरी हो तो वो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। कोई भी उपाय, सुझाव, दवा, डाइट या नुस्खा आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य जरूर लें।
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