मानव नाभि, या बेली बटन, हमारे शरीर का एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा है जो हमारे विकास और स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सबसे पहले, भ्रूण के विकास के दौरान नाभि की भूमिका पर नजर डालते हैं। नाभि वह जगह है जहां गर्भनाल भ्रूण से जुड़ती है, जिससे मां से विकासशील बच्चे को पोषक तत्व और ऑक्सीजन मिल पाता है। यह गर्भनाल विषैले उत्पादों को भ्रूण से दूर ले जाती है, जिससे गर्भ के भीतर पल रहे बच्चे के लिए एक स्वस्थ वातावरण बनाए रखने में मदद मिलती है।
एक बार जब बच्चा पैदा हो जाता है, तो गर्भनाल को नाभि के पीछे छोड़कर काट दिया जाता है। नाभि हमारे स्वास्थ्य में एक भूमिका निभाती है। यह वह स्थान है जहां कई महत्वपूर्ण रक्त वाहिकाएं अभिसरित होती हैं। ये वाहिकाएं क्षेत्र में पेट की मांसपेशियों और अन्य अंगों को रक्त की आपूर्ति प्रदान करती हैं।
नाभि की अपनी जहां कई तरह की विशेषता होती है लेकिन कई बार इसकी वजह से कुछ समस्या भी हो सकती है। ऐसी ही एक स्थिति है गर्भनाल हर्निया, जो तब होती है जब आंत का हिस्सा नाभि के पास पेट की मांसपेशियों के कमजोर क्षेत्र से बाहर निकल जाता है। यह असुविधा, सूजन और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकता है, और इसे ठीक करने के लिए सर्जिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता हो सकती है।
करनालप्लस के इस आर्टिकल में हम जानेंगे नाभि खिसकने के कारण , लक्षण और नाभि सेट करने का तरीका।
नाभि खिसकना या धरण क्या होता है ?
नाभि खिसकना एक सामान्य मामला है जो बहुत से लोगों में देखा जाता है। इस स्थिति में, नाभि बाहर उभरने लगती है , ढीली हो जाती है या गोला जैसी दिखाई देती है। यह बच्चों और वयस्कों दोनों में देखा जा सकता है। इसके कारण व्यक्ति को असहजता और दर्द का सामना करना पड़ सकता है।
नाभि खिसकने के क्या कारण हैं ?
नाभि खिसकने के कुछ कारण निम्नलिखित हैं:
- बढ़ती उम्र: जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा और उसके नीचे के ऊतकों का संघटन कम होता है। इससे नाभि आसानी से बाहर उभर सकती है।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान नाभि की पोषण प्रणाली विकसित होती है जिसके कारण नाभि आमतौर पर बाहर उभर जाती है। इस तरह के नाभि उभारों को आमतौर पर बच्चों में नहीं देखा जाता है।
- वजन वृद्धि: बढ़ता वजन भी नाभि के उभरने का कारण बन सकता है। अधिक वजन से पेट की त्वचा तनाव में आती है जो नाभि को बाहर उभारने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- नियमित व्यायाम की कमी: नियमित व्यायाम न करना भी नाभि के उभरने का कारण बन सकता है।
नाभि गिरने या खिसकने के क्या लक्षण हैं ?
यदि आपकी नाभि गिर गई है, तो निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं:
- नाभि के चारों ओर सूजन या फुलाव: जब नाभि गिरती है, तो वह बाहर उभरती है और नाभि के चारों ओर सूजन या फुलाव दिखाई देता है।
- दर्द या असहजता: नाभि का गिरना दर्द या असहजता का कारण बन सकता है। यह आपको एक संदेहास्पद स्थिति में रख सकता है।
- त्वचा में खींचाव: नाभि गिरने के कारण त्वचा में खींचाव आता है।
- अस्वस्थता या मतली: गंभीर मामलों में, नाभि गिरने से अस्वस्थता या मतली का अनुभव किया जा सकता है।
यदि आपको लगता है कि आपकी नाभि गिर गई है, तो आपको अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। उन्हें आपके लक्षणों के बारे में बताना चाहिए ताकि वे उचित निदान और उपचार का निर्धारण कर सकें।
खिसकी नाभि सेट करने का तरीका जानें Dr. Dinesh Bharadwaj से
Disclaimer – Karnalplus के इस आर्टिकल में हमारी नाभि का महत्व, नाभि खिसकने का कारण, लक्षण और खिसकी नाभि सेट करने का तरीका बताया गया है। कोई भी उपाय, सुझाव, दवा, डाइट, थेरेपी या नुस्खा आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ले और अपनी समझ से काम ले।
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