शृंगी चिकित्सा या हॉर्न थेरेपी क्या है ?
सिंगी चिकित्सा या हॉर्न थेरेपी (Horn therapy) का इतिहास काफी पुराना है। इसे कई बार सिंगी चिकित्सा नाम से भी जाना जाता है। शृंगी चिकित्सा विधि का उल्लेख प्राचीन भारतीय आयुर्वेद में भी मिलता है। इसे भारतीय तंत्र शास्त्र में उल्लेख किया गया है और यह चिकित्सा विधि भारत के अलावा चीन और थाईलैंड जैसे अन्य देशों में भी प्रचलित है।
हॉर्न थेरेपी एक पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है जो अधिकतर भारतीय आयुर्वेद चिकित्सा में उपयोग की जाती है। इस चिकित्सा पद्धति में जानवरों के श्रंगों का उपयोग करके शरीर में दबाव डालकर उपचार किया जाता है। इस चिकित्सा को शृंगी चिकित्सा भी कहा जाता है।
इस चिकित्सा का मूल उद्देश्य शरीर की ऊर्जा स्तर को संतुलित करना है। इस चिकित्सा के अनुसार, शरीर में ऊर्जा के तीन मुख्य प्रकार होते हैं – वात, पित्त और कफ। शृंगी चिकित्सा द्वारा इन तीनों प्रकार की ऊर्जा को संतुलित किया जाता है और इससे शरीर के अनुचित दबाव और ब्लॉकेज को दूर करने में मदद मिलती है।
शृंगी चिकित्सा कैसे की जाती है ?
सिंगी चिकित्सा एक पारंपरिक चिकित्सा पद्धति है जिसमें शांतिमय शिविर में एक प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा उपचार दिया जाता है। चिकित्सा के लिए शांतिमय स्थान का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण होता है ताकि रोगी शरीर और मन को शांत कर सके।
शृंगी चिकित्सा के लिए, श्रंग का चयन करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। श्रंग को पहले से गरम कर लिया जाता है और फिर चिकित्सार्थी उसे रोगी के शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर लगाता है। शृंगी को बिंदुओं पर धीमी गति से आगे और पीछे करके दबाया जाता है जिससे शरीर में दबाव बढ़ता है।
इससे शरीर में अलग-अलग बिंदुओं में ऊर्जा का फ्लो बढ़ता है जो शरीर के विभिन्न हिस्सों में ब्लॉकेज और तनाव को दूर करता है। इस प्रक्रिया को कुछ देरों तक जारी रखा जाता है।शृंगी चिकित्सा रोग और अन्य समस्याओं के लिए उपयोग की जाती है जैसे नींद की कमी, स्ट्रेस, मांसपेशियों के दर्द आदि।
हॉर्न थेरेपी के फायदे क्या हैं ?
शृंगी चिकित्सा कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इनमें से कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:
- तनाव को कम करती है: शृंगी चिकित्सा मानसिक तनाव को कम करने में मदद करती है। शृंगी के दबाव से शरीर में अलग-अलग बिंदुओं में ऊर्जा का फ्लो बढ़ता है जो तनाव को कम करता है।
- नींद की समस्या को दूर करती है: शृंगी चिकित्सा नींद की समस्या को दूर करने में मदद कर सकती है। यह शरीर को शांति देता है जो नींद के लिए आवश्यक होता है।
- मांसपेशियों के दर्द को कम करती है: शृंगी चिकित्सा मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करती है। शृंगी के दबाव से मांसपेशियों में रक्त संचार बढ़ता है जो दर्द को कम करता है।
- शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाती है: शृंगी चिकित्सा शरीर की ऊर्जा को बढ़ाती है। शृंगी के दबाव से शरीर में ऊर्जा का फ्लो बढ़ता है जो शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
- इम्यून सिस्टम को सुधारती है: इस चिकित्सा से इम्यून सिस्टम सुधारता जिससे हमारे सम्पूर्ण स्वस्थ को लाभ होता है।
पतंजलि योगपीठ मे सिंगी चिकित्सा का वीडियो
Disclaimer – Karnalplus के इस आर्टिकल में शृंगी चिकित्सा के बारे में बताया गया है। कोई भी उपाय, सुझाव, दवा, डाइट, थेरेपी या नुस्खा आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ले और अपनी समझ से काम ले।
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