स्तन मे गांठ होना ब्रेस्ट कैंसर का संकेत हो सकता है ! Breast Cancer

ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी बिमारी जिससे हर साल 2 लाख महिलायें ग्रसित होती हैं और 1 लाख महिलाओं की सालाना मृत्यु हो जाती है। ब्रेस्ट कैंसर नाम सुनके ऐसा लगता है की ये बिमारी बस महिलाओं मे ही होती होगी लेकिन ऐसा नहीं ये महिला या पुरुष किसी को भी हो सकती है। ब्रेस्ट कैंसर या छाती का कैंसर सबसे आम कैंसर है।

इसका सबसे बाद कारण है हमारा लाइफस्टाइल, खान-पान, फास्ट फूड,स्मोकिंग,ड्रग्स, और शराब। तो आज करनालप्लस के इस आर्टिकल मे हम Doctor Sonum Garg Sachdev से जानेंगे कि ब्रेस्ट कैंसर की खुद से जांच कैसे करें, इससे बचाव के तरीके और कैसे हम इससे दूरी बना के एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

ऐसे करें ब्रेस्ट कैंसर की जांच और बचें

  1. नहाते समय अपने दोनों हाथ कमर पर रख कर कोहनी पीछे की तरफ कर ले और देखे –
  • छाती मे पीछे की तरफ कोई दबाव नहीं होना चाहिए
  • निप्पल लाल नहीं होन चाहिए
  • छाती पे क्रैक तो नहीं
  • कोई कट तो नहीं
  • कोई गिल्टी तो महसूस नहीं हो रही

2. फिर अपने दोनों हाथ सर के पीछे रख के छाती उभारें और ये सारी चीजें फिर से देखें।

3. इसके बाद अपना एक हाथ सर के पीछे रखते हुए दूसरे हाथ से देखें कि कहीं कोई गांठ तो नहीं और गांठ चेक करने के लिए उँगलियाँ नहीं अपनी हथेलियों का प्रयोग करें।

ब्रेस्ट कैंसर

अगर गांठ है और वो पत्थर जैसी महसूस हो रही हो और उसमे दर्द भी हो(कई बार दर्द नहीं भी होता) और वो गांठ हिल ना रही हो तो ये कैंसर का लक्षण हो सकता है। इसलिये इसकी जांच तुरंत कराएँ। अगर छाती से साइड मे या बाजू की साइड मे भी कोई गिल्टी या गांठ महसूस हो रही हो तो भी उसकी जांच तुरंत करवाएँ।

4. निप्पल मे दर्द, मवाद, कट, निप्पल से खून आता हो या निप्पल अंदर की तरफ मुड़ गए हो तो भी वो ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है।

ये जांच सबको हर महीने करनी चाहिए।

5. ब्रेस्ट कैंसर के लिए मेमोग्राफी नामक टेस्ट भी होता है जो हर महिला को डॉक्टर की सलाह से हर 3-5 साल मे जरूर कराना चाहिए।

ब्रेस्ट कैंसर की जांच हमेशा करते रहना इसलिये जरूरी होता है क्योंकि अगर ये इसका पता शुरुवात मे ही चल जाता है तो इसका इलाज बड़ी आसानी से बिना किसी खतरे के किया जा सकता है।

Breast Cancer का खतरा, खासकर महिलाओं मे तब बढ़ जाता है अगर

  • परिवार में दादी,नानी, मौसी,माँ या बेटी को कैंसर हुआ हो।
  • किसी महिला को बच्चा ना हुआ हो या किसी कारणवश स्तनपान ना करता हो।
  • मोटापा, PCOD, पीरियड्स बहुत छोटी उम्र मे शुरू हो गए हो या 50 की उम्र के बाद भी पीरियड्स चल रहे हो।

कैसे बचे ब्रेस्ट कैंसर से

  • चाय, कॉफी, शराब और सिगरेट से भी कैंसर का रिस्क काफी बढ़ जाता है। जिन महिलाओं को कैंसर का खतरा है वो इन चीजों से बिल्कुल दूर रहे।
  • दूध,दही, हरी सब्जियां, फल अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। काली चाय, अंगूर, अनार का जूस और गेहू के जवारे का रस पी कर भी कैंसर जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
  • वजन ज्यादा हो तो कम करें और रोजाना एक्सर्साइज़ जरूर करें।
  • योग और मेडिटेशन जरूर करें।

Disclaimer – KarnalPlus के इस आर्टिकल मे हमने ये जाना कि ब्रेस्ट कैंसर की खुद से जांच कैसे करें, इससे बचाव के तरीके और कैसे हम इससे दूरी बना के एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। लेकिन कोई भी उपाय, दवा, डाइट, या उपचार करने से पहले Doctor से सलाह अवश्य और अपने विवेक से काम लें।

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Dr Sonum Garg Sachdeva

M.B.B.S. Lady Hardinge College Delhi, M.D. Safdarjung Hospital Delhi, Infertility Expert and Gynaecologist, Trained at Gangaram Hospital Delhi, Trained at Crest Singapore, Dr. Sonum Fertility Centre, Karnal, Haryana

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Dr Sonum Garg Sachdeva

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