प्रदूषण से बचना है तो करें ये काम नहीं तो हो सकते हो बीमार | Pollution

फ्रिज, टीवी, कंप्यूटर, गाड़ियां आदि के आविष्कार के बाद हमारा जीवन बहुत आसान बन गया है। ऐसे ही कई आविष्कारों से प्रकृति और हमारे खुद के शरीर पर जो दुष्प्रभार पड़े उनपर शायद ध्यान नहीं दिया। जिसका नतीजा आज हम सब देख रहे हैं वातावरण मे बढ़ते प्रदूषण से सांस लेना भी मुश्किल हो चुका है। जिस वजह से हम कई सारी बीमारियों से हम ग्रसित हो रहे हैं।

2021 के वर्ल्ड हेल्थ डाटा के अनुसार पिछले साल लगभग 60 से 70 लाख लोग सिर्फ प्रदूषण की वजह से मर गए। हमारे देश के ही दो बड़े शहर दिल्ली और कोलकाता, दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों मे हैं। आज भी ज्यादातर आबादी मे प्रदूषण के लिए गंभीरता कम दिखती है। प्रदूषण की वजह से हर साल कई लोग गंभीर कई बिमारी के चपेट मे आते हैं ।

प्रदूषण का असर जलवायु और हमारे शरीर पर

प्रदूषण की वजह से ही हम आज जल वायु मे भी परिवर्तन देख रहे हैं । जिस वजह से वातावरण और गरम होता जा रहा। और इसी का असर है की गरमियाँ अब और लंबी होती जा रही है और सर्दियाँ छोटी । बारिश ही अब पहले से काफी कम होती। इसका असर जलवायु परिवर्तन पे तो पड़ता ही है साथ ही साथ ये हमरे शरीर के लिए बहुत हानिकारक होती है।

वायु प्रदूषण की वजह होती हवा मे मिली हुई कार्बन मोनोआक्साइड(CO), कार्बन डाईआक्साइड(CO2), मिथेन (methane) जैसी गैस जो की कारखानों से, गाड़ियों से और अन्य ऐसी जगह से निकल के हमारे वातावरण मे घुल जाती हैं और फिर जब ये ज्यादा बढ़ जाती है तो हमारे सांस लेने पे हमारे शरीर के अंदर आ जाती हैं। और हमे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। तो आज करनालप्लस के इस आर्टिकल मे हम Dr. Prem P Atreja से जानेंगे की प्रदूषण से हम कैसे बच सकते हैं।

Pollution से होने वाली बीमारियाँ

  • फेफड़ों का कैंसर(Lung Cancer)
  • हृदय रोग(Heart Diseases)
  • स्ट्रोक
  • स्किन संबंधी बीमारियाँ
  • अस्थमा

इनके अलावा भी कई लोगों मे जुकाम, सांस लेने मे तकलीफ, आँखों मे जलन जैसी समस्याएँ देखी गई हैं।

प्रदूषण से बचें ऐसे

  • बाहर वातावरण मे जब प्रदूषण ज्यादा हो तो बाहर निकलने से बचे और घर मे ही 30-40 मिनट टहलें ।
  • भरपूर मात्रा मे पानी पियें और हरी सब्जियां और फल खाएँ।
  • 2 चम्मच भस्म, आधा चम्मच इलाईची, सतावर की जड़ चुटकी भर, जौ ग्रास आधा चम्मच, भूमि आंवला 2 चम्मच, बेहड़ा आधा चम्मच, हरड़ आधा चम्मच, करेला आधा चम्मच, ऐलो वेरा पौना चम्मच, श्याम तुलसी, वन तुलसी , मुग़ल तुलसी, राम तुलसी, बारबरी तुलसी ये 5 प्रकार की तुलसी लें एक तिहाई चम्मच, इन सबको एक साथ मिला कर पाउडर बना लेंगे। फिर इसको पानी मे घोलकर ले सकते हैं।

Disclaimer – आज Karnal Plus पर Dr. Prem P Atreja ने हमें बताया की प्रदूषण से कैसे बच सकते हैं। कोई भी उपाय, सुझाव, दवा, डाइट या नुस्खा आजमाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य ले और अपने विवेक से काम ले।

KarnalPlus से संपर्क करने लिए यहाँ क्लिक करें —— KarnalPlus Contact

Karnal Plus के Facebook पेज पे जाने के लिए यहाँ क्लिक करें —— Karnal Plus Facebook

Dr. Prem P. Atreja

Internationally renowned Alternative Medical Practitioner, Dietician, Food & Dairy Scientist, Nutritional Biochemist, Acupressurist, Consultant.

View all posts

श्रेणियां

Dr. Prem P. Atreja

Internationally renowned Alternative Medical Practitioner, Dietician, Food & Dairy Scientist, Nutritional Biochemist, Acupressurist, Consultant.